Wednesday, 14 October 2020

कविता-1

 शीर्षक   :- हमारा देश

विधा      :-  कविता 







हमारा देश 



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 ● देश हमारा कितना प्यारा,

      दुनिया भर में न्यारा है।

ताज हिमालय चरन सागर, 

   कुदरत का यह बसेरा है।


 ● माटी इसकी सोना उगले,

       रत्नों का तो भण्डार है।

हरी-भरी इसकी क्यारियाँ, 

        फल फूलों का आगार है।


●  बड़ा साहसी हर देशवासी,

           बलिदान को तैयार है।

खबरदार हर बच्चा-बच्चा,

         इसका पहरेदार है।

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