कोरोना
ऐसी महामारी आई सब ओर देखो भाई, कोरोना के नाम से जिसे जग जानता;
त्राहि-त्राहि मच गई नगर से गांव तक, बचने को आज हर कोई दुआ मांगता।१।
रात दिन लगी रहती भीड़ भाड़ जहां-तहां, सूने पड़े हाट बाट नदियों के घाट हैं;
भोर होते पूजा-पाठ गूंजते जो शंखनाद मंद पड़े, मंदिरों के बंद जो कपाट हैं।२।
वाहनों में बैठ नित जिनका था आना जाना, पैदल हजारों किलोमीटर चले जाते हैं;
नन्हे-मुन्ने बच्चों और पत्नी को संग लेके, भूखे प्यासे झोला टांगे घर चले आते हैं।३।
भारत की सरकार लोगों की जो दरकार राज्यों के साथ कार्य करती महान है;
कोरोना से लोहा लेने वाले वीरों ने ही तो जान को बचाया औ' बचाया ये जहान है।४।
सब की भलाई में ही अब और आगे भी, बंदिशें कुछ दिनों के लिए जरूरी हैं ;
दाना मिले सबको खाना मिले सबको, रोजी के लिए भी जारी कोशिशें पूरी हैं।५।
दूरियां बनाके रहना मुंह नाक ढंके रखना, बाहर न जाएं जब ना विशेष काम हो ;
धैर्य और संयम का पालन करें सभी, घर को बनाएं जैसे सारा सुखधाम हो ।६।
धन्य है हमारा देश धन्य हैं सभी प्रदेश देशवासी धन्य हैं जो श्रेष्ठ काम करते;
भारती का भाल सदा उच्च रखते जो लाल, श्रद्धा से उनको हम प्रणाम करते ।७।
ईश की कृपा मिले सबके मन कमल खिलें, नष्ट हों विपत्तियां कोई न अभाव हो ;
ऐक्य और प्रेम भाव सब में रहे भरा, अंतर में गंगा - सा निरंतर प्रवाह हो ।८।
जय हिन्द।
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