Wednesday, 3 September 2025

अपने बुजुर्गों का सम्मान करें....

 बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं



दौड़ता समय-चक्र गति से 

तोड़ता मन मोह मति से

नेत्र नम हो ताकते - से, ख़ुद को जैसे खो रहे हैं । 

बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं।



वक़्त जाना है सुनिश्चित 

वक़्त उनको भी दो किंचित 

जिनको जीवन देते आए बाट उनकी जोह रहे हैं।

 बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं।



कोई सपने अब न बाक़ी 

हाय ! अपने अब न बाक़ी

 तुमको जो गोदी खिलाए, स्मृति सब वो संजो रहे हैं। 

बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं।



चित्र ही होगा निशानी

 झुर्रियों की अब पेशानी 

उन चरण लौटो तथापि या कि बस दो पल रहे हैं।

बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं



(यह कंठस्थ app द्वारा कविता का अंग्रेज़ी अनुवाद है)

old people are getting old 



 running time-cycle speed 

 breaking with love 

 the eyes are becoming moist, losing themselves as they are. 

 the elders are getting old. 



 time is to be sure 

 time give them a little bit 

 they are waiting for them to give their lives. 

 the elders are getting old. 



 no dreams left 

 hey !  not left now 

 the docks that feed you, the memory is all that they are preserving. 

 the elders are getting old. 



 the picture will be a sign 

 now urine of wrinkles 

 return those steps, however or that it has been just two moments. 

 the elders are getting old.






यहाँ कविता का अंग्रेजी अनुवाद है:

(AI द्वारा)


The elderly are growing old,

Time is passing swiftly, breaking the bond of mind and soul,

Their eyes are moist with tears, as if they are losing themselves.

The elderly are growing old.


Time is certain to pass, give them a little time,

Those who gave life are waiting for their turn.

The elderly are growing old.


No dreams are left now, alas! No one is left to cherish,

They are preserving memories of those who nurtured them.

The elderly are growing old.


A picture will be the only sign of wrinkles on their forehead,

Return to those feet, or just stay for a while.

The elderly are growing old.


कविता का अनुवाद करने की कोशिश की गई है, लेकिन अनुवाद में मूल कविता की भावना और सुंदरता को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।


यहाँ कुछ नोट्स हैं जो अनुवाद को समझने में मदद कर सकते हैं:


- बुज़ुर्ग: Elderly

- दौड़ता समय-चक्र: Time passing swiftly

- नेत्र नम हो: Eyes moist with tears

- सपने अब न बाक़ी: No dreams are left now

- स्मृति सब वो संजो रहे हैं: Preserving memories

- चित्र ही होगा निशानी: A picture will be the only sign


अनुवाद में कुछ शब्दों और वाक्यांशों का अर्थ थोड़ा बदल सकता है, लेकिन मूल कविता की भावना और संदेश को बनाए रखने की कोशिश की गई है।

परसाई जी की पुण्यतिथि पर समर्पित…

 मशहूर व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई जी मध्यप्रदेश के थे (होशंगाबाद में जन्मे और जबलपुर में स्वर्गलोक सिधारे)  उनके व्यंग्य की धार ऐसी है कि वक्त बीतने के साथ और तीखी हो रही है.... ... उनके अलग-अलग व्यंग्य लेखों से 20 लाइनें आपके समक्ष रखी हैं, मिर्ची से भी तीखी लगेंगी:-

 .... हरिशंकर जी का टी-20


1- लडक़ों को, ईमानदार बाप निकम्मा लगता है ।

2- दिवस कमजोर का मनाया जाता है, जैसे हिंदी दिवस, महिला दिवस, अध्यापक दिवस, मजदूर दिवस । कभी थानेदार दिवस नहीं मनाया जाता।

3- व्यस्त आदमी को अपना काम करने में जितनी अक्ल की जरूरत पड़ती है, उससे ज्यादा अक्ल बेकार आदमी को समय काटने में लगती है।

4- जिनकी हैसियत है वे एक से भी ज्यादा बाप रखते हैं । एक घर में, एक दफ्तर में, एक-दो बाजार में, एक-एक हर राजनीतिक दल में।

5-आत्मविश्वास कई प्रकार का होता है, धन का, बल का, ज्ञान का,लेकिन मूर्खता का आत्मविश्वास सर्वोपरि होता है।

6- सबसे निरर्थक आंदोलन भ्रष्टाचार के विरोध का आंदोलन होता है। एक प्रकार का यह मनोरंजन है जो राजनीतिक पार्टी कभी-कभी खेल लेती है, जैसे कबड्डी का मैच ।

7- रोज विधानसभा के बाहर एक बोर्ड पर ‘आज का बाजार भाव’ लिखा रहे। साथ ही उन विधायकों की सूची चिपकी रहे जो बिकने को तैयार हैं । इससे खरीददार को भी सुविधा होगी और माल को भी ।

8- हमारे लोकतंत्र की यह ट्रेजेडी और कॉमेडी है कि कई लोग जिन्हें आजन्म जेलखाने में रहना चाहिए वे जिन्दगी भर संसद या विधानसभा में बैठते हैं ।

9- विचार जब लुप्त हो जाता है, या विचार प्रकट करने में बाधा होती है, या किसी के विरोध से भय लगने लगता है, तब तर्क का स्थान हुल्लड़ या गुंडागर्दी ले लेती है ।

10- धन उधार देकर समाज का शोषण करने वाले धनपति को जिस दिन महा जन कहा गया होगा, उस दिन ही मनुष्यता की हार हो गई ।

11- हम मानसिक रूप से दोगले नहीं तिगले हैं । संस्कारों से सामन्तवादी हैं, जीवन मूल्य अर्द्ध-पूंजीवादी हैं और बातें समाजवाद की करते हैं।

12- फासिस्ट संगठन की विशेषता होती है कि दिमाग सिर्फ नेता के पास होता है, बाकी सब कार्यकर्ताओं के पास सिर्फ शरीर होता है ।

13- बेइज्जती में अगर दूसरे को भी शामिल कर लो तो आधी इज्जत बच जाती है।

14- दुनिया में भाषा, अभिव्यक्ति के काम आती है । इस देश में दंगे के काम आती है।

15- जब शर्म की बात गर्व की बात बन जाए, तब समझो कि जनतंत्र बढिय़ा चल रहा है।

16- जो पानी छानकर पीते हैं, वो आदमी का खून बिना छाने पी जाते हैं।

17- सोचना एक रोग है, जो इस रोग से मुक्त हैं और स्वस्थ हैं, वे धन्य हैं।

18- हीनता के रोग में किसी के अहित का इंजेक्शन बड़ा कारगर होता है।

19- नारी-मुक्ति के इतिहास में यह वाक्य अमर रहेगा कि ‘एक की कमाई से पूरा नहीं पड़ता।’

20- एक बार कचहरी चढ़ जाने के बाद सबसे बड़ा काम है, अपने ही वकील से अपनी रक्षा करना ।

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Guru Purnima V/S Teacher's Day...


 

किडनी की बीमारी को क्यों कहते हैं साइलेंट टाइम बम...


 

डिजिटल डिटॉक्स क्या है ?...

 


मटके का पानी पीने के हैं यह फायदे...

 


स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क्या अंतर है ?...

पहला अंतर


15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोल कर फहराया जाता है, जिसे *ध्वजारोहण कहा जाता है क्योंकि यह 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने हेतु किया जाता है जब प्रधानमंत्री जी ने ऐसा किया था। संविधान में इसे अंग्रेजी में Flag Hoisting (ध्वजारोहण) कहा जाता है।


जबकि


26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है, संविधान में इसे Flag Unfurling (झंडा फहराना) कहा जाता है।


दूसरा अंतर


15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं वो ध्वजारोहण करते हैं, क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति जो कि राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख होते है, उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था। इस दिन शाम को राष्ट्रपति अपना सन्देश राष्ट्र के नाम देते हैं।


जबकि


26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं


तीसरा अंतर


स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से ध्वजारोहण किया जाता है।


जबकि


गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है।


🙏🙏


100 जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए....!!

   1. योग,भोग और रोग ये तीन अवस्थाएं है।

2. लकवा - सोडियम की कमी के कारण होता है ।

3. हाई वी पी में -  स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे ।

4. लो बी पी - सेंधा नमक डालकर पानी पीयें ।

5. कूबड़ निकलना- फास्फोरस की कमी ।

6. कफ - फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं 

7. दमा, अस्थमा - सल्फर की कमी ।

8. सिजेरियन आपरेशन - आयरन , कैल्शियम की कमी ।

9. सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें 

10. अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें ।

11. जम्भाई- शरीर में आक्सीजन की कमी ।

12. जुकाम - जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें ।

13. ताम्बे का पानी - प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें ।

14. किडनी - भूलकर भी खड़े होकर गिलास का पानी ना पिये ।

15. गिलास एक रेखीय होता है तथा इसका सर्फेसटेन्स अधिक होता है । गिलास अंग्रेजो ( पुर्तगाल) की सभ्यता से आयी है अतः लोटे का पानी पियें,  लोटे का कम  सर्फेसटेन्स होता है ।

16. अस्थमा , मधुमेह , कैंसर से गहरे रंग की वनस्पतियाँ बचाती हैं ।

17. वास्तु के अनुसार जिस घर में जितना खुला स्थान होगा उस घर के लोगों का दिमाग व हृदय भी उतना ही खुला होगा ।

18. परम्परायें वहीँ विकसित होगीं जहाँ जलवायु के अनुसार व्यवस्थायें विकसित होगीं ।

19. पथरी - अर्जुन की छाल से पथरी की समस्यायें ना के बराबर है । 

20. RO का पानी कभी ना पियें यह गुणवत्ता को स्थिर नहीं रखता । कुएँ का पानी पियें । बारिस का पानी सबसे अच्छा , पानी की सफाई के लिए सहिजन की फली सबसे बेहतर है ।

21. सोकर उठते समय हमेशा दायीं करवट से उठें या जिधर का स्वर चल रहा हो उधर करवट लेकर उठें ।

22. पेट के बल सोने से हर्निया, प्रोस्टेट, एपेंडिक्स की समस्या आती है । 

23. भोजन के लिए पूर्व दिशा , पढाई के लिए उत्तर दिशा बेहतर है ।

24. HDL बढ़ने से मोटापा कम होगा LDL व VLDL कम होगा ।

25. गैस की समस्या होने पर भोजन में अजवाइन मिलाना शुरू कर दें ।

26. चीनी के अन्दर सल्फर होता जो कि पटाखों में प्रयोग होता है , यह शरीर में जाने के बाद बाहर नहीं निकलता है। चीनी खाने से पित्त बढ़ता है । 

27. शुक्रोज हजम नहीं होता है फ्रेक्टोज हजम होता है और भगवान् की हर मीठी चीज में फ्रेक्टोज है ।

28. वात के असर में नींद कम आती है ।

29. कफ के प्रभाव में व्यक्ति प्रेम अधिक करता है ।

30. कफ के असर में पढाई कम होती है ।31.  पित्त के असर में पढाई अधिक होती है ।

33. आँखों के रोग - कैट्रेक्टस, मोतियाविन्द, ग्लूकोमा , आँखों का लाल होना आदि ज्यादातर रोग कफ के कारण होता है ।

34. शाम को वात -नाशक चीजें खानी चाहिए 

35. प्रातः 4 बजे जाग जाना चाहिए ।

36. सोते समय रक्त दवाव सामान्य या सामान्य से कम होता है ।

37. व्यायाम - वात रोगियों के लिए मालिश के बाद व्यायाम , पित्त वालों को व्यायाम के बाद मालिश करनी चाहिए । कफ के लोगों को स्नान के बाद मालिश करनी चाहिए ।

38. भारत की जलवायु वात प्रकृति की है , दौड़ की बजाय सूर्य नमस्कार करना चाहिए ।

39. जो माताएं घरेलू कार्य करती हैं उनके लिए व्यायाम जरुरी नहीं ।

40. निद्रा से पित्त शांत होता है , मालिश से वायु शांति होती है , उल्टी से कफ शांत होता है तथा उपवास(लंघन) से बुखार शांत होता है ।

41. भारी वस्तुयें शरीर का रक्तदाब बढाती है , क्योंकि उनका गुरुत्व अधिक होता है ।

42. दुनियां के महान वैज्ञानिक का स्कूली शिक्षा का सफ़र अच्छा नहीं रहा, चाहे वह 8 वीं फेल न्यूटन हों या 9 वीं फेल आइस्टीन हों , 

43. माँस खाने वालों के शरीर से अम्ल-स्राव करने वाली ग्रंथियाँ प्रभावित होती हैं ।

44. तेल हमेशा गाढ़ा खाना चाहिएं सिर्फ लकडी वाली घाणी का , दूध हमेशा पतला पीना चाहिए ।

45.छिलके वाली दाल-सब्जियों से कोलेस्ट्रोल हमेशा घटता है ।

46. कोलेस्ट्रोल की बढ़ी हुई स्थिति में इन्सुलिन खून में नहीं जा पाता है । ब्लड शुगर का सम्बन्ध ग्लूकोस के साथ नहीं अपितु कोलेस्ट्रोल के साथ है ।

47.मिर्गी दौरे में अमोनिया या चूने की गंध सूँघानी चाहिए ।

48.सिरदर्द में एक चुटकी नौसादर व अदरक का रस रोगी को सुंघायें ।

49. भोजन के पहले मीठा खाने से बाद में खट्टा खाने से शुगर नहीं होता है । 

50.भोजन के आधे घंटे पहले सलाद खाएं उसके बाद भोजन करें । 

51. अवसाद में आयरन , कैल्शियम , फास्फोरस की कमी हो जाती है । फास्फोरस गुड और अमरुद में अधिक है 

52. पीले केले में आयरन कम और कैल्शियम अधिक होता है । हरे केले में कैल्शियम थोडा कम लेकिन फास्फोरस ज्यादा होता है तथा लाल केले में कैल्शियम कम आयरन ज्यादा होता है । हर हरी चीज में भरपूर फास्फोरस होती है, वही हरी चीज पकने के बाद पीली हो जाती है जिसमे कैल्शियम अधिक होता है ।

53. छोटे केले में बड़े केले से ज्यादा कैल्शियम होता है ।

54.रसौली की गलाने वाली सारी दवाएँ चूने से बनती हैं ।

55.  हेपेटाइट्स A से E तक के लिए चूना बेहतर है ।

56. एंटी टिटनेस के लिए हाईपेरियम 200 की दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दे ।

57. ऐसी चोट जिसमे खून जम गया हो उसके लिए नैट्रमसल्फ दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दें । बच्चो को एक बूंद पानी में डालकर दें । 

58. मोटे लोगों में कैल्शियम की कमी होती है अतः त्रिफला दें । त्रिकूट ( सोंठ+कालीमिर्च+ मघा पीपली ) भी दे सकते हैं ।

59. अस्थमा में नारियल दें । नारियल फल होते हुए भी क्षारीय है ।दालचीनी + गुड + नारियल दें ।

60. चूना बालों को मजबूत करता है तथा आँखों की रोशनी बढाता है ।

61. दूध का सर्फेसटेंसेज कम होने से त्वचा का कचरा बाहर निकाल देता है ।

62. गाय की घी सबसे अधिक पित्तनाशक फिर कफ व वायुनाशक है ।

63. जिस भोजन में सूर्य का प्रकाश व हवा का स्पर्श ना हो उसे नहीं खाना चाहिए 

64. गौ-मूत्र अर्क आँखों में ना डालें ।

65. गाय के दूध में घी मिलाकर देने से कफ की संभावना कम होती है लेकिन चीनी मिलाकर देने से कफ बढ़ता है।

66.मासिक के दौरान वायु बढ़ जाता है , 3-4 दिन स्त्रियों को उल्टा सोना चाहिए इससे  गर्भाशय फैलने का खतरा नहीं रहता है । दर्द की स्थति में गर्म पानी में देशी घी दो चम्मच डालकर पियें ।

67.रात में आलू खाने से वजन बढ़ता है ।

68.भोजन के बाद बज्रासन में बैठने से वात नियंत्रित होता है ।

69.भोजन के बाद कंघी करें कंघी करते समय आपके बालों में कंघी के दांत चुभने चाहिए । बाल जल्द सफ़ेद नहीं होगा ।

70.अजवाईन अपान वायु को बढ़ा देता है जिससे पेट की समस्यायें कम होती है 

71.अगर पेट में मल बंध गया है तो अदरक का रस या सोंठ का प्रयोग करें 

72. कब्ज होने की अवस्था में सुबह पानी पीकर कुछ देर एडियों के बल चलना चाहिए । 

73. रास्ता चलने, श्रम कार्य के बाद थकने पर या धातु गर्म होने पर दायीं करवट लेटना चाहिए । 

74. जो दिन मे दायीं करवट लेता है तथा रात्रि में बायीं करवट लेता है उसे थकान व शारीरिक पीड़ा कम होती है ।

75. बिना कैल्शियम की उपस्थिति के कोई भी विटामिन व पोषक तत्व पूर्ण कार्य नहीं करते है ।

76.स्वस्थ्य व्यक्ति सिर्फ 5 मिनट शौच में लगाता है ।

77.भोजन करते समय डकार आपके भोजन को पूर्ण और हाजमे को संतुष्टि का संकेत है ।

78.सुबह के नाश्ते में फल , दोपहर को दही व रात्रि को दूध का सेवन करना चाहिए । 

79. रात्रि को कभी भी अधिक प्रोटीन वाली वस्तुयें नहीं खानी चाहिए । जैसे - दाल , पनीर , राजमा , लोबिया आदि । 

80. शौच और भोजन के समय मुंह बंद रखें , भोजन के समय टी वी ना देखें । 

81.मासिक चक्र के दौरान स्त्री को ठंडे पानी से स्नान , व आग से दूर रहना चाहिए । 

82. जो बीमारी जितनी देर से आती है , वह उतनी देर से जाती भी है ।

83. जो बीमारी अंदर से आती है , उसका समाधान भी अंदर से ही होना चाहिए ।

84.एलोपैथी ने एक ही चीज दी है , दर्द से राहत । आज एलोपैथी की दवाओं के कारण ही लोगों की किडनी , लीवर , आतें , हृदय ख़राब हो रहे हैं । एलोपैथी एक बिमारी खत्म करती है तो दस बिमारी देकर भी जाती है । 

85. खाने की वस्तु में कभी भी ऊपर से नमक नहीं डालना चाहिए , ब्लड-प्रेशर बढ़ता है । 

86 .रंगों द्वारा चिकित्सा करने के लिए इंद्रधनुष को समझ लें , पहले जामुनी , फिर नीला ..... अंत में लाल रंग । 

87 .छोटे बच्चों को सबसे अधिक सोना चाहिए , क्योंकि उनमें वह कफ प्रवृति होती है , स्त्री को भी पुरुष से अधिक विश्राम करना चाहिए 

88. जो सूर्य निकलने के बाद उठते हैं , उन्हें पेट की भयंकर बीमारियां होती है , क्योंकि बड़ी आँत मल को चूसने लगती है । 

89.बिना शरीर की गंदगी निकाले स्वास्थ्य शरीर की कल्पना निरर्थक है , मल-मूत्र से 5% , कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने से 22 %, तथा पसीना निकलने लगभग 70 % शरीर से विजातीय तत्व निकलते हैं ।

90. चिंता , क्रोध , ईर्ष्या करने से गलत हार्मोन्स का निर्माण होता है जिससे कब्ज , बबासीर , अजीर्ण , अपच , रक्तचाप , थायरायड की समस्या उतपन्न होती है ।

91.गर्मियों में बेल , गुलकंद , तरबूजा , खरबूजा व सर्दियों में सफ़ेद मूसली , सोंठ का प्रयोग करें ।

92. प्रसव के बाद माँ का पीला दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को 10 गुना बढ़ा देता है । बच्चो को टीके लगाने की आवश्यकता नहीं होती  है ।

93. रात को सोते समय सर्दियों में देशी मधु लगाकर सोयें त्वचा में निखार आएगा 

94. दुनिया में कोई चीज व्यर्थ नहीं , हमें उपयोग करना आना चाहिए।

95.जो अपने दुखों को दूर करके दूसरों के भी दुःखों को दूर करता है , वही मोक्ष का अधिकारी है । 

96.सोने से आधे घंटे पूर्व जल का सेवन करने से वायु नियंत्रित होती है , लकवा , हार्ट-अटैक का खतरा कम होता है । 

97.स्नान से पूर्व और भोजन के बाद पेशाब जाने से रक्तचाप नियंत्रित होता है। 

98 .तेज धूप में चलने के बाद , शारीरिक श्रम करने के बाद , शौच से आने के तुरंत बाद जल का सेवन निषिद्ध है 

99. त्रिफला अमृत है जिससे वात, पित्त , कफ तीनो शांत होते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन के बाद पान व चूना ।  

100. इस विश्व की सबसे मँहगी दवा लार है , जो प्रकृति ने तुम्हें अनमोल दी है ,इसे ना थूके।

केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण योजनाएं ...

1. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 22 जनवरी, 2015


2. नमामि गंगे योजना 7 जुलाई 2016


3. अग्निपथ योजना 14 जून, 2022


4. आयुषमान भारत योजना 23 सितंबर 2018


5. सुकन्या समृद्धि योजना 22 जनवरी 2015


6. धनलक्ष्मी योजना 3 मार्च 2008


7. जन धन योजना 28 अगस्त, 2014


8. कौशल भारत मिशन 28 अगस्त, 2014


9. मेक इन इंडिया 28 सितम्बर, 2014


10. मिशन स्वच्छ भारत 2 अक्टूबर, 2014


11. श्रमेव जयते योजना 16 अक्टूबर, 2014


12. PM मुद्रा योजना 8 अप्रैल, 2015


13. उजाला योजना 1 मई, 2015


14. PM सुरक्षा बीमा योजना 8 मई, 2015


15. कुल पेंशन योजना 9 मई, 2015


16. जीवन ज्योति बीमा योजना 9 मई, 2015


17. डिजिटल इंडिया मिशन 2 जुलाई, 2015


18. स्वर्ण मुद्रीकरण योजना 5 नवंबर, 2015


19. स्टार्ट अप इंडिया 16 जनवरी, 2016


20. सेतु भारतम योजना 4 मार्च 2016


21. PM उज्ज्वला योजना 1 मई, 2016

महापुरूषों के प्रमुख वचन व नारे...

1. जय जवान जय किसान

➺ लाल बहादुर शास्त्री 


2. करो या मरो 

➺ महात्मा गांधी 


3. जय हिंद 

➺ सुभाषचंद्र बोस 


4. पूर्ण स्वराज 

 ➺जवाहरलाल नेहरू 


5. हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान 

➺ भारतेंदू हरिशचंद्र 


6. वेदों की ओर लौटो

 ➺ दयानंद सरस्वती 


7. साइमन कमीशन वापस जाओ

 ➺ लाला लाजपत राय 


8. जय गण मन 

➺ रवींद्रनाथ टैगोर 


9. सम्राज्यवाद का नाश हो 

 ➺ भगत सिंह 


10. भारत छोड़ो

 ➺ महात्मा गांधी 


11. सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा 

 ➺ इकबाल 


12. दिल्ली चलो 

 ➺ सुभाषचंद्र बोस 


13. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा

 ➺  सुभाषचंद्र बोस 


14. जय जगत

 ➺ विनोबा भावे 


15. कर मत दो 

 ➺ सरदार बल्लभभाई पटेल 


16. संपूर्ण क्रांति 

 ➺ जयप्रकाश नारायण 


17. हू लिव्स इफ इंडिया डाइज

 ➺  जवाहरलाल नेहरू 


18. वंदे मातरम् 

 ➺ बंकिमचंद्र चटर्जी 


19. आराम हराम है.

 ➺ जवाहरलाल नेहरू 


20. स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है.

 ➺ बाल गंगाधर तिलक 


21. सरफरोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है 

 ➺ रामप्रसाद बिस्मिल 


22. इंकलाब जिंदाबाद

 ➺ भगत सिंह 


23. मारो फिरंगी को 

 ➺ मंगल पांडे 


24. हे राम 

 ➺ महात्मा गांधी 


25. विजय विश्व तिरंगा प्यारा

 ➺श्यामलाल गुप्ता पार्षद

महत्त्वपूर्ण सूचकांक...

✓ मानव विकास रिपोर्ट, 2025

   • शीर्ष - आइसलैंड 

   • अंतिम - दक्षिण सूडान

   • भारत - 130 वें स्थान पर (0.685)


✓ विश्व खुशहाली सूचकांक, 2025

   • शीर्ष - फिनलैंड

   • भारत - 118 वें स्थान पर


✓ विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक, 2025

   • शीर्ष - नार्वे

   • भारत - 151 वें स्थान पर (32.96)


✓ फ्री स्पीच इंडेक्स में भारत 24 वें स्थान पर 


✓ विश्व शांति सूचकांक, 2025

   • शीर्ष - आइसलैंड

   • भारत - 115 वें स्थान पर (2.229 स्कोर)


✓ भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक, 2025

    • शीर्ष - डेनमार्क

    • अंतिम - दक्षिण सूडान 

    • भारत - 96 वें स्थान पर (38 स्कोर)


✓ जलवायु जोखिम सूचकांक

    • भारत वर्ष 1993 से 2022 की अवधि में सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में 6 वें स्थान पर।


✓ ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स, 2025

    1. अमेरिका

    2. रूस 

    3. चीन

    4. भारत (0.1184 स्कोर)


✓ भारत विश्व का 5 वा सबसे प्रदूषित देश

    1. चाड 

    2. बांग्लादेश

    3. पाकिस्तान

    4. कांगो

    5. भारत

  • सबसे प्रदूषित शहर - बनीहाट (मेघालय)

  • सर्वाधिक प्रदूषित राजधानी - दिल्ली

  • राजस्थान के सबसे प्रदूषित शहर

     ✓ गंगानगर

      ✓ भिवाड़ी

      ✓ हनुमानगढ़ 


✓ वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक, 2025

    • भारत 53.3 स्कोर के साथ 71 वें स्थान पर।


✓ वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक, 2025

   • जारी - नीति आयोग

   • शीर्ष - ओडिशा

   • राजस्थान - 12 वें स्थान पर (पार्फोर्मर श्रेणी)


✓ सिंगापुर हवाई अड्डा विश्व का सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा घोषित

   • दिल्ली इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा - 32 वें स्थान पर


✓ विश्व धार्मिक जनसंख्या रिपोर्ट, 2025

    • विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समूह - ईसाई

    • सर्वाधिक वृद्धि - मुस्लिम समुदाय में


✓ सतत विकास रिपोर्ट, 2025

    • भारत 67 स्कोर के साथ 99 वें स्थान पर


✓ पंचायत उन्नति सूचकांक

    • गुजरात 346 उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों के साथ प्रथम स्थान पर


✓ पंचायत अंतरण सूचकांक

   • प्रथम - कर्नाटक

   • राजस्थान - 8 वें स्थान पर (56.67 स्कोर)

खेल और खिलाडियों की संख्या | 𝗡𝘂𝗺𝗯𝗲𝗿 𝗼𝗳 𝗣𝗹𝗮𝘆𝗲𝗿𝘀 𝗶𝗻 𝗚𝗮𝗺𝗲...

1. नेटबॉल (𝐍𝐞𝐭𝐛𝐚𝐥𝐥) - 𝟕


2. बॉक्सिंग (𝐁𝐨𝐱𝐢𝐧𝐠) - 𝟐


3. वाटरपोलो ( 𝐖𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐏𝐨𝐥𝐨) - 𝟕


4. कबड्डडी (𝐊𝐚𝐛𝐚𝐝𝐝𝐢) -  𝟕


5. कैरम (𝐂𝐚𝐫𝐫𝐨𝐦) - 𝟒 


6. क्रिकेट (𝐂𝐫𝐢𝐜𝐤𝐞𝐭) - 𝟏𝟏 


7. खो-खो (𝐊𝐡𝐨-𝐊𝐡𝐨) - 𝟗


8. जिमनास्टिक (𝐆𝐲𝐦𝐧𝐚𝐬𝐭𝐢𝐜𝐬) -  𝟖


9. टेनिस (𝐓𝐞𝐧𝐧𝐢𝐬) - 𝟐


10. पोलो (𝐏𝐨𝐥𝐨) -  𝟒


11. फुटबाल ( 𝐅𝐨𝐨𝐭𝐛𝐚𝐥𝐥) - 𝟏𝟏 


12. बेसबॉल (𝐁𝐚𝐬𝐞𝐛𝐚𝐥𝐥) -  𝟗


13. बैडमिंटन (𝐁𝐚𝐝𝐦𝐢𝐧𝐭𝐨𝐧) -  𝟐


14. बॉस्‍केट बॉल (𝐁𝐚𝐬𝐤𝐞𝐭𝐛𝐚𝐥𝐥) - 𝟓 


15. रग्‍बी फुटबॉल (𝐑𝐮𝐠𝐛𝐲 𝐅𝐨𝐨𝐭𝐛𝐚𝐥𝐥) - 𝟏𝟓 


16. शतरंज (𝐂𝐡𝐞𝐬𝐬) -  𝟏


17. हॉकी (𝐇𝐨𝐜𝐤𝐞𝐲) -  𝟏𝟏


18. वॉलीबॉल ( 𝐕𝐨𝐥𝐥𝐞𝐲𝐛𝐚𝐥𝐥 ) - 𝟔

Friday, 1 August 2025

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक...

 📜 01 अगस्त 📜


🌹 लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक // पुण्यतिथि 🌹


जन्म : 23 जुलाई 1856

मृत्यु : 01 अगस्त 1920


भारत के स्वतंत्रता सेनानियों में अग्रणी रहे बाल गंगाधर तिलक का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरि के चिक्कन गांव में 23 जुलाई 1856 को जन्‍म हुआ था। उनके पिता गंगाधर रामचंद्र तिलक एक धर्मनिष्ठ ब्राह्मण थे। 


बाल गंगाधर तिलक बचपन से बहुत परिश्रमी थे तथा उनके इसी परिश्रम के बल पर स्कूल के मेधावी छात्रों में की गिनती होती थी। वे पढ़ने के साथ-साथ प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम भी करते थे। अतः वे शरीर स्वस्थ और पुष्ट थे। उन्होंने सन्‌ 1879 में बीए तथा कानून की परीक्षा उत्तीर्ण की। उनके परिवार वाले और मित्र-संबंधी यही आशा कर रहे थे कि तिलक वकालत करके खूब धन कमाएंगे और वंश के गौरव को बढ़ाएंगे, परंतु तिलक ने प्रारंभ से ही जनता की सेवा का व्रत धारण कर लिया था। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने अपनी सेवाएं पूर्ण रूप से एक शिक्षण संस्था के निर्माण को दे दीं। सन्‌ 1880 में न्यू इंग्लिश स्कूल और कुछ साल बाद फर्ग्युसन कॉलेज की स्थापना की। 


जब तिलक जी ने वकालत पास की, तो उनके मित्रों सरकारी नौकरी अथवा वकालत के बारे में चर्चा की तो वे बोले- 'मैं पैसे का लोभी नहीं हूं। पैसे के लिए मैं सरकार का गुलाम बनना पसंद नहीं करता। रही वकालत की बात, तो मुझे यह पेशा भी पसंद नहीं। मैं तो 'सा विद्या या विमुक्तये' यानी 'विद्या वह जो मुक्ति देवे' इस सूक्ति को मानता हूं। जो विद्या मनुष्य को असत्याचरण की ओर प्रवृत्त करती है, उसे मैं विद्या ही नहीं मानता।' 


मित्र चुप रहे, किंतु कुछ दिनों पश्चात जब उन्हें पता चला कि तिलक जी 30 रुपए मासिक वेतन पर प्राथमिक शाला के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं, तो उन्हें बड़ा ही आश्चर्य हुआ। उनके एक घनिष्ठ मित्र से न रहा गया और वह बोला- आखिर तुमने गुरुजी का पेशा ही क्यों चुना? तुम भलीभांति जानते हो कि आजकल शिक्षकों की आर्थिक स्थिति कैसी है? अरे, तुम जब मरोगे, तो दाह-संस्कार के लिए, तुम्हारे घर में लकड़ियां तक न मिलेंगी।'


इस बात पर तिलक जी ने हंस कर जवाब दिया- 'मेरे दाह-संस्कार की चिंता मैं क्यों करूं, हमारी नगरपालिका क्यों बनी हुई है? मेरी चिंता उसे होगी वही सामग्री जुटाएगी और उससे मेरी चिता जलेगी।' उनकी बात यह सुनते ही मित्र अवाक् रह गया।


भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वे पहले लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। लोकमान्य तिलक ने जनजागृति कार्यक्रम पूरा करने के लिए महाराष्ट्र में गणेश उत्सव तथा शिवाजी उत्सव सप्ताह भर मनाना प्रारंभ किया। इन त्योहारों के माध्यम से जनता में देशप्रेम और अंग्रेजों के अन्यायों के विरुद्ध संघर्ष का साहस भरा गया। सच्चे जननायक तिलक को लोगों ने आदर से लोकमान्य की पदवी दी थी। 

 

लोकमान्य तिलक के क्रांतिकारी कदमों से अंग्रेज बौखला गए और उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाकर 6 साल के लिए 'देश निकाला' का दिया और बर्मा की मांडले जेल भेज दिया गया। इस अवधि में तिलक ने गीता का अध्ययन किया और 'गीता रहस्य' नामक भाष्य भी लिखा। तिलक के जेल से छूटने के बाद जब उनका 'गीता रहस्य' प्रकाशित हुआ तो उसका प्रचार-प्रसार आंधी-तूफान की तरह बढ़ा और जनमानस उससे अत्यधिक आंदोलित हुआ। 

 

उन्होंने मराठी में 'मराठा दर्पण' व 'केसरी' नाम से दो दैनिक समाचार पत्र शुरू किए, जो जनता में काफी लोकप्रिय हुए। जिसमें तिलक ने अंग्रेजी शासन की क्रूरता और भारतीय संस्कृति के प्रति हीनभावना की बहुत आलोचना की। ऐसे वीर तथा जनता के बीच लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक का निधन 1 अगस्त 1920 को मुंबई में हुआ था। तिलक सही मायने में हिन्दुस्तान के एक प्रमुख नेता, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी थे।

मुंशी प्रेमचंद...

 

31 जुलाई हिंदी और उर्दू साहित्य के एक महान लेखक, “उपन्यास सम्राट” और महान कथाकार, विचारक, भारतीय ग्रामीण जीवन के सफल चितेरा, कलम के जादूगर और कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद उर्फ़ धनपत राय उर्फ़ नवाब राय की 145वीं जयंती पर उनके महान व्यक्तित्व की स्मृति को सादर नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि!
भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं, विशेषकर ग्रामीण जीवन, गरीबी, और सामाजिक मुद्दों को जन सामान्य की भाषा में अपनी रचनाओं के माध्यम से जीवंत कर देने वाले प्रेमचंद ने अपने साहित्य में मूलत: सामाजिक न्याय, समानता और मानव मूल्यों पर जोर दिया है। उनकी रचनाएँ आदर्शोन्मुख यथार्थवाद का जीवंत प्रमाण हैं। वे आज भी प्रासंगिक हैं और हमें उच्च विचार और यथार्थ के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं। 
प्रेमचंद ने साहित्य को मनोरंजन का साधन मात्र न मानकर, समाजसुधार व राष्ट्रीय चेतना के विकास का एक सशक्त माध्यम माना। वे "साहित्य का उद्देश्य" में स्पष्ट रूप से कहते हैं - “साहित्य राजनीति के पीछे चलने वाली सच्चाई नहीं बल्कि राजनीति के आगे मशाल दिखाते हुए चलने वाली सच्चाई है।" उनके बताए मार्ग  का अनुसरण ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।


प्रेमचंद की विभिन्न रचनाओं से अपनी कुछ पंक्तियां उदधृत कर रहा हूँ आपने भी कहीं न कहीं पढ़ी ही होंगी । आप भी पढ़िए और यादें ताजा कीजिये।

1️⃣सिपाही को अपनी लाल पगड़ी पर, सुन्दरी को अपने गहनों पर और वैद्य को अपने सामने बैठे हुए रोगियों पर जो घमंड होता है, वही किसान को अपने खेतों को लहराते हुए देखकर होता है।

2️⃣नाटक उस वक्त पास होता है, जब रसिक समाज उसे पंसद कर लेता है। बरात का नाटक उस वक्त पास होता है, जब राह चलते आदमी उसे पंसद कर लेते हैं।

3️⃣  उनकी अपनी जेबों में तो कुबेर का धन भरा हुआ है। बार-बार जेब से अपना ख़ज़ाना निकाल कर गिनते हैं और ख़ुश होकर फिर रख लेते हैं।

4️⃣हूँ। यह अफसरी मेरे और उसके बीच में दीवार बन गई है। मैं अब उसका लिहाज पा सकता हूँ, अदब पा सकता हूँ, साहचर्य नहीं पा सकता। लड़कपन था, तब मैं उसका समकक्ष था। यह पद पाकर अब मैं केवल उसकी दया योग्य हूँ। वह मुझे अपना जोड़ नहीं समझता। वह बड़ा हो गया है, मैं छोटा हो गया हूँ।

5️⃣अनाथों का क्रोध पटाखे की आवाज़ है, जिससे बच्चे डर जाते हैं और असर कुछ नहीं होता। 

6️⃣स्त्री पृथ्वी की भाँति धैर्यवान् है, शांति-संपन्न है, सहिष्णु है। पुरुष में नारी के गुण आ जाते हैं, तो वह महात्मा बन जाता है। नारी में पुरुष के गुण आ जाते हैं तो वह कुलटा हो जाती है।

7️⃣मैं अपनी स्वाधीनता न खोना चाहूँगा, तुम अपनी स्वतन्त्रता न खोना चाहोगी। तुम्हारे पास तुम्हारे आशिक आयेंगे, मुझे जलन होगी। मेरे पास मेरी प्रेमिकाएँ आयेंगी, तुम्हें जलन होगी। मनमुटाव होगा, फिर वैमनस्य होगा और तुम मुझे घर से निकाल दोगी। घर तुम्हारा है ही! मुझे बुरा लगेगा ही, फिर यह मैत्री कैसे निभेगी?

8️⃣वह निर्भीक था, स्पष्टवादी था, साहसी था, स्वदेश-प्रेमी था, निःस्वार्थ था, कर्तव्यपरायण था। जेल जाने के लिए इन्हीं गुणों की जरूरत है।

9️⃣लज्जा ने सदैव वीरों को परास्त किया है। जो काल से भी नहीं डरते, वे भी लज्जा के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं करते। आग में झुंक जाना, तलवार के सामने खड़े हो जाना, इसकी अपेक्षा कहीं सहज है। लाज की रक्षा ही के लिए बड़े-बडे राज्य मिट गए हैं, रक्त की नदियां बह गई हैं, प्राणों की होली खेल डाली गई है।

🔟मासिक वेतन तो पूर्णमासी का चाँद है, जो एक दिन दिखाई देता है और घटते-घटते लुप्त हो जाता है ।


A School Principal's Speech At A Graduation...

 He said "The Doctor wants his child to become a doctor...

the Engineer wants his child to become an engineer...

The Businessman wants his ward to become CEO...

BUT a teacher also wants his child to become one of them, as well..!!

Nobody wants to become a teacher BY CHOICE"...

Very sad but that's the truth..!!


The dinner guests were sitting around the table discussing life.


One man, a CEO, decided to explain the problem with education. He argued, "What's a kid going to learn from someone who decided his best option in life was to become only a teacher?"


To stress his point he said to another guest;

"You're a teacher, Mrs Sharma. Be honest. What do you make?"


Teacher Mrs Sharma, who had a reputation for honesty and frankness replied, "You want to know what I make?

(She paused for a second, then began...)


"Well, I make kids work harder than they ever thought they could.


I make a C+ feel like the Congressional Medal of Honor winner.


I make kids sit through 40 minutes of class time when their parents can't make them sit for 5 min. without an I- Pod, Game Cube or movie

rental.


You want to know what I make?


(She paused again and looked at each and every person at the table)


I make kids wonder.


I make them question.


I make them apologize and mean it.


I make them have respect and take responsibility for their actions.


I teach them how to write and then I make them write.

Keyboarding isn't everything.


I make them read, read, read.


I make them show all their work in math.


They use their God given brain, not the man-made calculator.


I make my students from other countries learn everything they need to

know about India while preserving their unique cultural identity.


I make my classroom a place where all my students feel safe.


Finally, I make them understand that if they use the gifts they were given, work hard, and follow their hearts, they can succeed in life.


(Mrs Sharma paused one last time and then continued.)


Then, when people try to judge me by what I make, with me knowing money isn't everything, I can hold my head up high and pay no attention because they are ignorant. You want to know what I make?


I MAKE A DIFFERENCE IN ALL YOUR LIVES, EDUCATING KIDS AND PREPARING

THEM TO BECOME CEO's, AND DOCTORS AND ENGINEERS...


What do you make Mr. CEO? Only money?


His jaw dropped; he went silent.


THIS IS WORTH SENDING TO EVERY  teacher you know .


Actually very worth sending again & again - especially to those from other professions who think they are above teachers.

शानदार सारांश कैसे लिखें...

 सारांश क्या है?

सारांश एक संक्षिप्त विवरण होता है जो किसी पाठ के केवल महत्वपूर्ण मुख्य बिंदुओं को ही शामिल करता है और अन्य भागों को अनदेखा कर देता है। यह पाठकों को यह आभास देता है कि कोई पुस्तक, कविता, कहानी, नाटक आदि किस बारे में है। सारांश लिखते समय, आपको पाठ के सभी प्रमुख तथ्यों और महत्वपूर्ण विवरणों को शामिल करना चाहिए। सारांश लिखने का सबसे अच्छा तरीका है कि तथ्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाए और विचारों व सुझावों को छोड़ दिया जाए। सारांश लेखन तथ्यात्मक और सटीक होना चाहिए।


सारांश कैसे लिखें?

अगर कोई व्यक्ति सारांश लिखना जानता है, तो आप उसे कुशल लेखक कह सकते हैं। सारांश लिखना सीखने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें।


चरण 1: पूरा पाठ पढ़ना

सारांश लिखने से पहले सबसे पहली और ज़रूरी बात यह है कि जिस पाठ का सारांश लिखना है, उसे पूरा पढ़ें। सारांश लिखने से पहले यह पहली बात है। आपके सारांश के पाठकों को एक लेखक के रूप में आप पर भरोसा होना चाहिए, और उस भरोसे को बनाने के लिए, आपको पाठ को ध्यान से पढ़ना होगा और अपने सारांश का प्रारूप तय करना होगा। अगर आप किसी से पाठ सुनकर फिर सारांश लिखने की सोच रहे हैं, तो आप पाठ की ज़रूरी जानकारी से चूक सकते हैं। इसलिए, सलाह दी जाती है कि आप स्वयं पाठ पढ़ें और फिर सारांश लिखें।


चरण 2: मुख्य बिंदुओं को सूचीबद्ध करना

पाठ पढ़ने के बाद, अगला ज़रूरी कदम सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की सूची बनाना है। पढ़ते समय, आपको मुख्य बिंदुओं और कम महत्वपूर्ण बिंदुओं की समझ होनी चाहिए। बिंदुओं को वर्गीकृत करने के बाद, आप सारांश की रूपरेखा तैयार करना शुरू कर सकते हैं। उदाहरण, किस्से, प्रयोग प्रक्रियाएँ, संदर्भ आदि को अनदेखा किया जा सकता है। अगर आप भ्रमित हैं या लिखे गए बिंदुओं के बारे में निश्चित नहीं हैं, तो आप पाठ को दोबारा पढ़ सकते हैं और महत्वपूर्ण बिंदुओं को सूचीबद्ध कर सकते हैं।


उदाहरण के लिए: फिल्मों या उपन्यासों के पात्रों का उल्लेख करते समय, मुख्य पात्रों का उल्लेख करें, गौण पात्रों का नहीं। कथानक को संक्षेप में लिखा जा सकता है; पूरी कहानी न सुनाएँ।


चरण 3: सारांश लिखना

अब, सारांश का पहला प्रारूप लिखा जा सकता है। पाठ को अच्छी तरह पढ़ने और ध्यान केंद्रित करने वाले बिंदुओं को समझने के बाद, आप सारांश का पहला प्रारूप लिखना शुरू कर सकते हैं। यह किसी भी प्रकार का पाठ हो सकता है, लेकिन कालानुक्रमिक क्रम में लिखना हमेशा उचित होता है। यहाँ मुख्य बात यह है कि सारांश को अपने शब्दों में लिखें। पाठ में प्रयुक्त शब्दों की नकल या प्रयोग न करें। सारांश का उद्देश्य पाठ को पाठकों के लिए सरल और समझने योग्य बनाना है। संक्रमणकालीन शब्दों और वाक्यांशों का उपयोग आपको मुख्य बिंदुओं को जोड़ने में मदद करेगा, बिना उन्हें बेतुका और असंबद्ध बनाए।


चरण 4: संपादन और प्रूफरीडिंग

सारांश को सबमिट या प्रकाशित करने से पहले उसे संपादित और प्रूफ़रीड करना ज़रूरी है। इससे आपको अनावश्यक बिंदुओं को हटाने और उन त्रुटियों को सुधारने में मदद मिलेगी जो शायद ध्यान में नहीं आईं।


सारांश कैसे लिखें, इस पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1

सारांश क्या है?

सारांश किसी बड़े पाठ का संक्षिप्त विवरण होता है। इसमें पाठ के केवल महत्वपूर्ण बिंदुओं को ही शामिल किया जाता है, और कम महत्वपूर्ण बिंदुओं को छोड़ा जा सकता है।


प्रश्न 2

किसी वीडियो का अच्छा सारांश कैसे लिखें?

किसी वीडियो का अच्छा सारांश लिखने के लिए, आपको वीडियो को ध्यान से सुनना होगा और सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की एक सूची बनानी होगी। मुख्य बिंदुओं को अलग करने के बाद, आप उन बिंदुओं को नोट करना शुरू कर सकते हैं और सारांश में जोड़ने के लिए बिंदुओं पर निर्णय ले सकते हैं।

शानदार निबंध कैसे लिखें...

     निबंध का आरंभ क्यों महत्वपूर्ण है?

निबंध अकादमिक लेखन का एक रूप है जिसका उद्देश्य पाठक को किसी विशेष विचार या सोच के बारे में सूचित करना या उसे समझाना होता है, और आप अपने निबंध की शुरुआत कैसे करते हैं, यह निर्धारित करने में मदद कर सकता है कि पाठक की विषय में रुचि है या नहीं और क्या वह पढ़ना जारी रखना चाहता है।

पहला पैराग्राफ, जिसे परिचयात्मक पैराग्राफ कहा जाता है, पाठक को आपके विषय के बारे में जानकारी देता है, उन्हें आपके विषय की पृष्ठभूमि बताता है और यह समझाता है कि विषय क्यों महत्वपूर्ण है। इसलिए, एक प्रभावशाली, रोचक और आकर्षक परिचय लिखना आपके निबंध की प्रभावशीलता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है और पाठक की रुचि जगाने में मदद कर सकता है।



निबंध कैसे शुरू करें?

अपने निबंध की शुरुआत कैसे करें, यह जानने के लिए विषय का परिचय देना और अपनी कथा के केंद्र बिंदु पर ज़ोर देना ज़रूरी है। अपने विषय और थीसिस कथन पर विचार करते हुए , आप एक अधिक आकर्षक परिचय बनाने के लिए इन चरणों का पालन कर सकते हैं: 


1. अपने विचारों को व्यवस्थित करें

अपना निबंध शुरू करने से पहले, एक रूपरेखा तैयार करने पर विचार करें जिसमें आप क्या शामिल करना चाहते हैं, जैसे कि कुछ तथ्य या आपकी लेखन शैली। आप अपने निबंध के मुख्य बिंदुओं को भी शामिल कर सकते हैं ताकि आपको एक व्यापक थीसिस लिखने में मदद मिल सके। लिखना शुरू करने से पहले इस जानकारी को व्यवस्थित करना लेखन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आप सबसे महत्वपूर्ण तथ्यों को शामिल करें और अपने विचारों को प्रभावी ढंग से जोड़ें।


2. अपने निबंध के विषय का परिचय दें

निबंध की शुरुआत में पहला कदम उस विषय का परिचय देना है जिस पर आप चर्चा करने की योजना बना रहे हैं। परिचयात्मक अनुच्छेद का उपयोग विषय के संदर्भ को स्थापित करने और उस ढांचे को उजागर करने के लिए करें जिसके भीतर आप उस पर चर्चा करना चाहते हैं। यह एक अकादमिक निबंध में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहाँ स्पष्टता और रूपरेखा महत्वपूर्ण होती है। उदाहरण के लिए, यदि आप चौथे संशोधन पर एक शोध पत्र लिख रहे हैं, तो आप संदर्भ का परिचय इस जानकारी के साथ दे सकते हैं कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान का हिस्सा कैसे बना।


3. निबंध का फोकस संकीर्ण करें

आपके निबंध का परिचय आपको अपनी कथा पर ध्यान केंद्रित करने और उस मुख्य तर्क को उजागर करने का अवसर भी देता है जो आप प्रस्तुत करना चाहते हैं। कई कॉलेज निबंध असाइनमेंट में, परिचय आपके निबंध की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सामाजिक, ऐतिहासिक या भौगोलिक संदर्भ प्रदान करता है।

यदि विषय को समझने के लिए शब्द आवश्यक हों, तो आप शब्दकोश की परिभाषा का उपयोग करके भी शब्दों को परिभाषित कर सकते हैं। ध्यान रखें कि बहुत अधिक विवरण मुख्य अनुच्छेद में होना चाहिए, परिचय में नहीं।


4. अपने दर्शकों के साथ जुड़ें

पाठकों को पढ़ना जारी रखने के लिए, एक ऐसा परिचय लिखने का प्रयास करें जो उन्हें आकर्षित करे और उन्हें और जानने की इच्छा जगाए। एक अच्छा परिचय किसी आश्चर्यजनक तथ्य या रहस्य को उजागर कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका कॉलेज निबंध किसी व्यापार समझौते के राजनीतिक प्रभावों पर चर्चा करता है, तो किसी अज्ञात ऐतिहासिक घटना का उल्लेख करें जिसके कारण वह समझौता हुआ हो। यह रणनीति विभिन्न प्रकार के निबंधों में, साहित्यिक विश्लेषण से लेकर व्याख्यात्मक निबंध तक, कारगर होती है।


5. अपने परिचय की समीक्षा करें

अपना निबंध समाप्त करने के बाद, अपने पहले पैराग्राफ को दोबारा पढ़ें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह आपके विषय को अच्छी तरह से प्रस्तुत करता है, आपके मुख्य तर्क को रेखांकित करता है, और पाठक की रुचि को आकर्षित करता है। किसी सहकर्मी से अपना निबंध पढ़वाना उसे बेहतर बनाने का एक बेहतरीन तरीका है। वे आपकी प्रूफ़रीडिंग में मदद कर सकते हैं, आपके थीसिस स्टेटमेंट और निबंध की संरचना पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं, या कोई बेहतर शीर्षक सुझा सकते हैं।


निबंध शुरू करने के लिए सुझाव

यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन पर विचार करके आप अपने निबंध के परिचय को पाठकों के लिए अधिक आकर्षक बना सकते हैं:

विलंब की रणनीति का उपयोग करें

विलंब की कथात्मक रणनीति आपके निबंध की शुरुआत करने का एक आकर्षक तरीका हो सकती है क्योंकि यह आपको अपने पाठकों की रुचि जगाने के लिए जिस विषय पर आप चर्चा करने की योजना बना रहे हैं, उसकी बारीकियों को विलंबित करने की अनुमति देती है। उदाहरण के लिए, यदि आपका निबंध बज़र्ड प्रजाति पर चर्चा कर रहा है, तो आप अपनी भूमिका में उस प्रजाति के बारे में कुछ तथ्य या दावे सूचीबद्ध कर सकते हैं, बिना यह बताए कि आप किस प्रजाति पर चर्चा कर रहे हैं। इससे पाठकों को आपके विषय के बारे में अधिक जिज्ञासा पैदा करने में मदद मिलेगी और वे बिना किसी पूर्वधारणा के आपके निबंध की शुरुआत कर सकेंगे। 


विरोधी अवधारणाओं के बीच अंतर करें

अपने परिचय में अतीत और वर्तमान के बीच या वास्तविकता और कल्पना के बीच अंतर दर्शाना, निबंध की शुरुआत करने का एक आकर्षक तरीका हो सकता है। अतीत को दर्शाने के लिए इस रणनीति का इस्तेमाल करने से आप किसी ऐतिहासिक घटना या विवरण को साझा कर सकते हैं और साथ ही उस स्थिति की तुलना वर्तमान में हो रही घटनाओं से कर सकते हैं। वास्तविकता और कल्पना के बीच अंतर दर्शाना, किसी गलत धारणा को, भले ही उस पर बहुत से लोग विश्वास करते हों, दर्शाने और उसके विपरीत सत्य को प्रस्तुत करने का एक अनूठा तरीका है। ऐसा करने से आपके विषय को प्रभावी ढंग से स्थापित करने में मदद मिल सकती है, और आपके विषय पर अधिक संदर्भ और पृष्ठभूमि मिल सकती है।


अगर आप एक जानकारीपूर्ण निबंध लिख रहे हैं, तो पाठकों का ध्यान आकर्षित करने का एक अच्छा तरीका यह हो सकता है कि आप उन बातों का ज़िक्र करें जो लोग अभी भी उस विषय के बारे में नहीं जानते। उदाहरण के लिए, सैकड़ों साल पहले की किसी कम-ज्ञात घटना पर निबंध में यह कहा जा सकता है कि आज तक किसी को नहीं पता कि कहानी के मुख्य लोगों का क्या हुआ था। 

प्रश्न पूछने से पाठक को लगता है कि वह ज़्यादा दिलचस्पी ले रहा है, जिससे उसे पढ़ना जारी रखने के लिए प्रेरित करने में मदद मिल सकती है ताकि पता चल सके कि उसके पास सही उत्तर है या नहीं। उदाहरण के लिए, एक प्रेरक निबंध की शुरुआत करने के लिए प्रश्न का इस्तेमाल एक अच्छा तरीका हो सकता है क्योंकि यह पाठक को एक पक्ष चुनने के लिए प्रेरित करता है। दोनों ही तरीके पाठक को आकर्षित करते हैं और उनके लिए पढ़ना बंद करना मुश्किल बना देते हैं क्योंकि ये उनकी जिज्ञासा को जगाते हैं। 


संक्षिप्त रहें

एक अच्छे निबंध का परिचय आकर्षक होते हुए भी संक्षिप्त होना चाहिए। पाठकों को बोझिल होने से बचाने के लिए, विवरण सीमित रखें और वाक्यों को पठनीय रखें। यह सुनिश्चित करना कि आपका परिचय बहुत लंबा न हो और आपके मुख्य बिंदुओं को उजागर न करे, पाठक की रुचि और आगे क्या लिखा जाएगा, इसके बारे में जिज्ञासा बनाए रखने में मदद कर सकता है।

कोशिश करें कि आपके परिचय में इतनी जानकारी हो कि वे उत्सुक रहें, लेकिन इतनी भी न हो कि उन्हें आगे पढ़ने की ज़रूरत ही न पड़े। इसी तरह, परिचय की पठनीयता बढ़ाने और उसे समझने में आसान बनाने के लिए अपने वाक्यों को संक्षिप्त रखने का प्रयास करें। इससे पाठक अभिभूत या भ्रमित महसूस नहीं करेंगे, जिससे उन्हें पढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

विश्व जनसंख्या दिवस...

 •  प्रतिवर्ष 11 जुलाई को सम्पूर्ण विश्व में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया भर में आबादी से जुड़े मुद्दों पर लोगों को जागरूक करना है।


•  विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत वर्ष 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालन परिषद् ने की थी। 


•  दिसंबर, 1990 के संकल्प 45/216 द्वारा, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पर्यावरण और विकास के साथ संबंधों सहित जनसंख्या संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस मनाना जारी रखने का निर्णय लिया।


•  विश्व जनसंख्या दिवस 2025 के लिए थीम “युवा लोगों को एक निष्पक्ष और आशापूर्ण दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना।”। 


•  संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) द्वारा 2025 में जारी  रिपोर्ट के अनुसार विश्व की कुल जनसंख्या 8,232 मिलियन (8.2 बिलियन) है और भारत की जनसंख्या  1,463.9 है ।

 

•  2007 पहला वर्ष था, जिसमें  ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में अधिक लोग रहते थे , तथा 2050 तक विश्व की लगभग 66 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में रह सकती हैं

📜 10 जुलाई 📜🎀 मातृ सुरक्षा दिवस 🎀...

 प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई को मातृ सुरक्षा दिवस मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर की माताओं को समर्पित होता है, क्योंकि इस दिन का संबंध हर माँ की सेहत, सुरक्षा और कल्याणकारी कार्यों से होता है. साल 2005 से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इसे मनाया जा रहा है. इस दिवस विशेष का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान और गर्भावस्था के पश्चात माँ के स्वास्थ्य के संदर्भ में जागरूकता पैदा करना है.


प्रिगनेंसी के दरम्यान माँएं स्वास्थ्य के सबसे बड़े जोखिम का अकेले सामना करती हैं. गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोपरांत अवधि के दौरान माँएं उच्च मृत्यु दर जैसी चुनौतियों का भी सामना करती हैं.


यद्यपि पिछले कुछ दशकों में इस दिशा में महत्वपूर्ण विकास हुए हैं, लेकिन अभी भी गर्भवती माँ के सेहत के प्रति सुधार की जरूरत है. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान एवं प्रसव के पश्चात लगभग दो लाख 95 हजार से अधिक महिलाओं ने अपनी जान गंवाई है. गांवों में ये आंकड़े और भी बदतर बताये जाते हैं.


>> 10 जुलाई को ही मातृ सुरक्षा दिवस क्यों? <<


मातृ सुरक्षा दिवस सेलीब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान बढ़ती मृत्यु दर पर नियंत्रण पाना और इस दिशा में महत्वपूर्ण उपायों पर ध्यान देना है, ताकि इन उपायों को शीघ्र से शीघ्र लागू किया जा सके. बहरहाल मातृ सुरक्षा दिवस 10 जुलाई को इसीलिए सेलीब्रेट किया जाता है क्योंकि अगले दिन यानी 11 जुलाई को हम विश्व जनसंख्या दिवस मनाते हैं. मातृ सुरक्षा दिवस यह दर्शाता है कि जनसंख्या वृद्धि का माँ की सेहत से सीधा संबंध होता है. इसलिए जनसंख्या पर अंकुश लगाना बहुत महत्वपूर्ण है. इससे माँ के सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.


बहरहाल, यह दिवस इस बात पर भी जोर देता है कि दो बच्चों के जन्म के बीच उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि यह मांओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. इस सलाह को नजरअंदाज करने से मां के साथ-साथ बच्चे के स्वास्थ्य को भी खतरा हो सकता है.

PHOBIA ~ मानसिक भय के विभिन्न साइंस नाम...

 1. HAEMATOPHOBIA: Fear of blood (खून से डर)

2. CHROMOPHOPBIA: Fear of colours (रंग से डर)

3. AGORAPHOPBIA: Fear of open space (खुले जगह से डर)

4. CLAUSTROPHOPBIA: Fear of closed space (बन्द जगह से डर)

5. AEROPHOPBIA: Fear of air (हवा से डर)

6. PHOTOPHOPBIA: Fear of light (प्रकाश से डर)

7. MEGALO PHOPBIA: Fear of large objects (बड़ी वस्तुओं से डर)

8. ACROPHOPBIA: Fear of heights (ऊँचाई से डर)

9. SITOPHOPBIA: Fear of eating/ meal (खाने से डर)

10. HYDROPHOPBIA: Fear of water (पानी से डर):

11. LOGOPHOPBIA: Fear of study (पढाई से डर)

12. BIBLIOPHOBIA: Fear of books (किताबों से डर)

13. NEOPHOPBIA: Fear of new changes (परिवर्तन से डर)

14. PENIOPHOBIA: Fear of poverty (गरीबी से डर)

15. MONOPHOBIA/ AUTOPHOBIA: Fear of loneliness (अकेलेपन से डर)

16. DISPOPHOBIA: Fear of liquor (शराब से डर)

8 Everyday Habits for a Sharper Brain ...

 


1️⃣ Stay Hydrated – Dehydration affects focus and memory.  

2️⃣ Sleep Well – 7–9 hours helps brain repair and process.  

3️⃣ Exercise Regularly – Boosts blood flow and brain function.  

4️⃣ Limit Multitasking – Improves attention and reduces mistakes.  

5️⃣ Read Daily – Strengthens comprehension and vocabulary.  

6️⃣ Practice Meditation – Enhances concentration and clarity.  

7️⃣ Learn Something New – Challenges your brain to grow.  

8️⃣ Take Short Breaks – Helps refresh and reset your mind.

समय नहीं है...

 बारह घंटे का सफ़र चार घंटे में सिमट गया, फिर भी  आदमी कहता है -

समय नहीं है

बारह लोगों का परिवार दो लोगों में सिमट गया, फिर भी आदमी कहता है -

समय नहीं है

जो संदेश चार हफ़्ते में मिलता था, अब चार सेकंड में मिलता है, फिर भी आदमी कहता है -

समय नहीं है

कभी दूर बैठे व्यक्ति का चेहरा देखने में एक साल लग जाता था,

आज वह सेकंड में दिख जाता है -

फिर भी आदमी कहता है -

समय नहीं है

घर के ऊपर-नीचे जाने में जो समय और मेहनत लगती थी, वह अब लिफ्ट से सेकंड में खत्म हो जाती है,

फिर भी आदमी कहता है -

समय नहीं है

जो आदमी पहले बैंक की कतार में घंटों खड़ा रहता था, अब वह अपने मोबाइल पर सेकंड में लेन-देन कर लेता है,

फिर भी आदमी कहता है -

समय नहीं है

स्वास्थ्य जांच जो पहले हफ़्तों में होती थी, अब घंटों में होती है, फिर भी आदमी कहता है -

नहीं समय है

एक्टिवा चलाते समय एक हाथ में हैंडल और दूसरे में मोबाइल, क्योंकि उसे रुककर बात करने का 

समय नहीं है

जब ट्रैफिक जाम होता है, तो हम दो लेन क्रॉस करके तीसरी लेन बना लेते हैं, क्योंकि

समय नहीं है

माता-पिता को फोन करने का समय नहीं है।

प्रकृति का आनंद लेने का समय नहीं है

लेकिन -

आईपीएल मैच देखने के लिए समय है।

नेटफ्लिक्स के लिए समय है।

सटरफुटर रील्स के लिए समय है।

राजनीति पर चर्चा करने के लिए

समय है।

लेकिन खुद के लिए समय नहीं है। व्यायाम के लिए समय नहीं है,भजन के लिए समय नहीं है।

दुनिया आसान हो गई है, गति बढ़ गई है,

तकनीक करीब आ गई है, दूरियां मिट गई हैं, सुविधाएं बढ़ गई हैं, अवसर बढ़ गए हैं...

लेकिन इंसान ने समय नहीं है कहकर खुद को दूर कर लिया है।

चुपचाप बैठकर खुद से बात करने का,

खुद को समझने का,

या बस कुछ देर हंसने का पल…

समय नहीं है

और फिर एक दिन समय यूँ ही बीत जाता है।

आखिरी पल में हमें एहसास होता है –

समय था…

लेकिन हमारे पास समय नहीं है ये कहते-कहते मैं जीना भूल गया

तो आज ही तय कर लो –

कुछ समय अपने लिए बचाओ, कुछ समय रिश्तों के लिए दो, कुछ समय मन के लिए जियो, शांति के लिए, जीवन के सार के लिए।

क्योंकि समय नहीं है ये सच नहीं है।

ये बस एक आदत बन गई है और इसे बदलने की जरूरत है।

🙏🙏🙏

पाँच लाख श्लोकों वाले महाभारत का सार मात्र नौ पंक्तियों में समझें...

 पाँच लाख श्लोकों वाले महाभारत का सार मात्र नौ पंक्तियों में समझें:-


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~ चाहे आप हिन्दू हों या किसी अन्य धर्म से,

~ चाहे आप स्त्री हों या पुरुष,

~ चाहे आप गरीब हों या अमीर,

~ चाहे आप अपने देश में हों या विदेश में,


संक्षेप में, यदि आप मनुष्य हैं, तो नीचे दिए गए महाभारत के अनमोल "9 मोती" अवश्य पढ़ें और समझें :


1. यदि आप समय रहते अपने बच्चों की अनुचित माँगों और इच्छाओं पर नियंत्रण नहीं रखते, तो आप जीवन में असहाय हो जाएँगे... "कौरव"


2. आप कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों, यदि आप अधर्म का साथ देंगे, तो आपकी शक्ति, शस्त्र, कौशल और आशीर्वाद सब बेकार हो जाएँगे... "कर्ण"


3. अपने बच्चों को इतना महत्वाकांक्षी न बनाएँ कि वे अपने ज्ञान का दुरुपयोग करके सर्वनाश कर दें... "अश्वत्थामा"


4. कभी भी ऐसा वचन न दें कि आपको अधर्मियों के सामने समर्पण करना पड़े... "भीष्म पितामह"


5. धन, शक्ति, अधिकार और सत्ता का दुरुपयोग  गलत काम करने वालों का साथ अंततः पूर्ण विनाश की ओर ले जाता है... "दुर्योधन"


6. सत्ता की बागडोर कभी भी अंधे व्यक्ति को न सौंपें, अर्थात जो स्वार्थ, धन, अभिमान, ज्ञान, आसक्ति या वासना से अंधा हो, क्योंकि इससे विनाश होगा... "धृतराष्ट्र"


7. यदि ज्ञान के साथ धर्म, भक्ति और बुद्धि भी हो, तो आप अवश्य विजयी होंगे... "अर्जुन"


8. छल-कपट से आपको हर समय सभी मामलों में सफलता नहीं मिलेगी... "शकुनि"


9. यदि आप नैतिकता, धर्म और कर्तव्य का सफलतापूर्वक पालन करते हैं, तो दुनिया की कोई भी शक्ति आपको नुकसान नहीं पहुँचा सकती... "युधिष्ठिर"


यह लेख सभी के लिए लाभदायक है, इसलिए कृपया इसे बिना किसी बदलाव के साझा करें।


"सर्वे भवन्तु सुखिनः - सर्वे सन्तु निरामयाः।"

🙏🙏🙏🙏🙏

"Change Your Life" In Next 6 Months...

 These 7 habits might feel small today.


But they'll completely "change your life" in next 6 months:


1. Walk after eating


Your body struggles to regulate blood sugar when you stay seated after meals.


Impact: lowers blood sugar by 22%, aids digestion, and improves metabolism.


You can start with as little as 5 minutes.


2. Morning sunlight


Your body relies on natural light to regulate sleep and energy.


Expose yourself to sunlight for 10 minutes within an hour of waking.


It regulates your circadian rhythm, boosts mood, and improves sleep quality.


3. Eat protein first


Eating carbs first spikes blood sugar, leading to crashes and increased hunger.


Prioritizing protein slows digestion and keeps you full longer.


It stabilizes blood sugar, reduces cravings, and improves metabolism.


4. Stretch before bed


Tight muscles can disrupt sleep quality and increase tension.


A quick stretch routine (5-10 mins) before bed helps relax your body and signals sleep readiness.


It improves flexibility, reduces stress, and enhances deep sleep.


5. Keep your to-do list visible


Writing down tasks is helpful, but keeping them visible keeps your brain focused.


It reduces mental clutter, increases accountability, and boosts productivity.


6. Write one sentence about your day


Before bed, write down one sentence about your day.


Eg: "Had a deep conversation with an old friend that made me feel connected."


This helps you recognize patterns in your emotions, habits, and growth over time.


7. Smile at yourself in the mirror


Sounds weird but look in the mirror and smile at yourself.


No forced thoughts, just acknowledge yourself with a genuine smile.


Seeing yourself smile repeatedly reshapes how you subconsciously view yourself.

पैसा...

 वाह रे पैसा! 

            तेरे कितने नाम?


मंदिर मे दिया जाये तो

( चढ़ावा ) 

                    स्कुल में

                    ( फ़ीस )

शादी में दो तो

( दहेज )

               तलाक देने पर

              ( गुजारा भत्ता ) 


आप किसी को देते

हो तो ( कर्ज ) 

                   अदालत में

                   ( जुर्माना )


सरकार लेती है तो

( कर ) 

                सेवानिवृत्त होने पे

                ( पेंशन )


अपहर्ताओ के लिए

( फिरौती )

                 होटल में सेवा के लिए

                 ( टिप )


बैंक से उधार लो तो

( ऋण )

                     श्रमिकों के लिए

                      ( वेतन ) 


मातहत कर्मियों के लिए

( मजदूरी )

            अवैध रूप से प्राप्त सेवा

             ( रिश्वत )


और मुझे दोगे तो

(गिफ्ट)


            मैं पैसा हूँ:!

मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते;

मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।


             मैं पैसा हूँ:!

मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।


             मैं पैसा हूँ:!

मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।


        मैं पैसा हूँ:!

मैं नमक की तरह हूँ। जो जरुरी तो है, मगर जरुरत से ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।


         मैं पैसा हूँ:!

इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था;

मगर फिर भी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।


         मैं पैसा हूँ:!

मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ कि लोग

आपको कितनी इज्जत देते है।


         मैं पैसा हूँ:!

मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ!

आपके पास नहीं हूँ तो,

आपका नहीं हूँ! मगर मैं 

आपके पास हूँ तो 

सब आपके हैं।


            मैं पैसा हूँ:!

मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ;

मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।


            मैं पैसा हूँ:!


मैं सारे फसाद की जड़ हूँ;

मगर फिर भी न जाने क्यों

सब मेरे पीछे इतना पागल हैं?

 

                🧊🧊🧊🧊🧊

एक सच्चाई ये भी है कि.........


बदलता हुआ दौर है साहब ...


पहले "आयु" में बड़े का

    सम्मान होता था...!

अब "आय" में बड़े का

  सम्मान  होता है

🙏🙏🙏🙏🙏🙏

10 Night Routine Habits for Better Sleep & Peace...

 1️⃣ Put your phone away 30 mins before bed  

Reduce blue light & calm your mind.


2️⃣ Drink warm water or herbal tea  

Helps with digestion and relaxation.


3️⃣ Write down tomorrow’s to-do list  

Free your mind from late-night overthinking.


4️⃣ Practice gratitude  

Note 3 things you’re thankful for today.


5️⃣ Light stretching or yoga  

Relieves muscle tension & improves sleep quality.


6️⃣ Read a few pages of a book  

A screen-free wind-down method.


7️⃣ Clean up your space  

A tidy room = a calmer mind.


8️⃣ Use soft lighting or a diffuser  

Create a peaceful bedtime atmosphere.


9️⃣ Set a consistent sleep time  

Helps regulate your body clock.


🔟 Say affirmations like “I am at peace.”  

Go to bed with positive energy.


5 MENTAL HABITS TO FEEL MORE IN CONTROL...

 1. Practice gratitude daily – Shifts focus from lack to abundance.

2. Use positive self-talk – Speak to yourself like someone you care about.

3. Pause before reacting – Respond with clarity, not impulse.

4. Visualize success – Your brain believes what you repeatedly imagine.

5. Limit unnecessary decisions – Reserve willpower for what truly matters.

Productive Hack...

 Fill your brain in the afternoons with:


- Books

- Learning

- Socialization.


Empty your brain before bed with:


- Writing

- Planning

- Meditation


Use your brain in the morning with:


- Creation

- Output

- Focus

‎ 

You become more productive — for different tasks — on different times of the day.

 

Make sure to find what works best for you.

The 80/20 Principle...

 - Health: 80% eating, 20% excercising

- Wealth: 80% habits, 20% math

- Talking: 80% listening, 20% speaking 

- Learning: 80% understanding, 20% reading

- Achieving: 80% doing, 20% dreaming

- Happiness: 80% purpose, 20% fun

- Relationships: 80% giving, 20% receiving 

- Improving: 80% persistence, 20% ideas


Priorities the 80% and the rest will fall into place

8 DAILY HABITS TO BOOST FOCUS & PRODUCTIVITY...

 1. Start your day without your phone

2. Set 3 clear priorities every morning

3. Use the Pomodoro technique (25–5 rule)

4. Block all distractions during work time

5. Take 10–15 min breaks to recharge

6. Eat brain-friendly foods (nuts, berries)

7. Reflect on your day before bed

8. Sleep and wake up at the same time daily


10 DAILY RULES FOR A STRONG MINDSET...

 1. Wake up early

2. Avoid negative self-talk

3. Do one hard thing every day

4. Read something that challenges you

5. Don’t waste time

6. Surround yourself with growth-minded people

7. Track your progress weekly

8. Learn from criticism

9. Stay focused on long-term goals

10. Rest without guilt

Some Important Facts...

 1. कुतुबमीनार को इल्तुतमिश ने पूरा करवाया।

Qutub Minar was completed by Iltutmish.


2. चौसा की लड़ाई में हुमायूँ 1539 में शेरशाह से हारा।

In the Battle of Chausa (1539), Humayun was defeated by Sher Shah.


3. बिलग्राम की लड़ाई में 1540 में हुमायूँ फिर से शेरशाह से हारा।

 In the Battle of Bilgram (1540), Humayun was again defeated by Sher Shah.


4. हुमायूँ ने 1555 में दिल्ली पर पुनः कब्जा किया।

 Humayun recaptured Delhi in 1555.


5. 1556 में सीढ़ियों से गिरकर हुमायूँ की मृत्यु हुई।

 In 1556, Humayun died by falling from stairs.


6. 1556 में पानीपत की दूसरी लड़ाई में हेमू की हार हुई।

Hemu was defeated in the Second Battle of Panipat in 1556.


7. अकबर ने 1564 में हिन्दुओं से जजिया कर हटा दिया।

Akbar abolished Jizya tax on Hindus in 1564.


8. हाईडेस्पीज का युद्ध 326 ई.पू. में सिकंदर और पोरस के बीच हुआ।

 Battle of Hydaspes in 326 BC was between Alexander and Porus.


9. कलिंग युद्ध 261 ई.पू. में अशोक द्वारा लड़ा गया।

 Kalinga war was fought by Ashoka in 261 BC.


10. 712 ई. में सिंध की लड़ाई मोहम्मद बिन कासिम द्वारा लड़ी गई।

 Sindh war was fought by Muhammad bin Qasim in 712 AD.

How To Access Your All 4 Happiness Hormones...

 1) DOPAMINE (The reward chemical)

* Eating favourite food

* Achieving a goal

* Completing a task

* More self-care activities 


2) OXYTOCIN (The love hormone)

* Socializing 

* Physical touch

* Petting animals

* Helping others in need


3) ENDORPHINS (The painkiller)

* Exercising 

* Listening to music

* Watching a TV show

* Smiling and laughter 


4) SEROTONIN (The mood stabilizer)

* Meditation 

* Mindfulness

* Sun exposure

* Enjoying nature


10 Rules to Upgrade Your Life...

 1. Lift weights

2. Eat real foods

3. Face your fears

4. Positive self-talk

5. Never stop learning

6. Prioritize your sleep

7. Lower your screentime

8. Wake up with gratitude

9. Enjoy the present moment

10. Choose your circle carefully


Sunday, 30 March 2025

Dr. Wada summarized the secrets of 80-year-olds to become “lucky people” into “44 sentences”...

 Psychiatrist  Hideki Wada published a book called “80-Year-Old Wall”.

As soon as the book was released, sales exceeded 500,000 copies, becoming the best-selling book at the moment. 

Dr. Wada, 61, is a doctor specializing in mental illnesses in the elderly. 

 Dr. Wada summarized the secrets of 80-year-olds to become “lucky people” into “44 sentences”, as follows :


1. Keep walking

2. Take a deep breath when you feel irritated

3. Exercise to the extent that your body does not feel stiff

4. Drink more water when using the air conditioner in summer

5. “Diapers” are very helpful for increasing mobility

6. The more times you chew, the more energetic your body and brain will be

7. Memory loss is not due to aging, but to long-term disuse of the brain

8. There is no need to take a lot of medicine

9. There is no need to deliberately lower blood pressure and blood sugar levels

10. Being alone does not mean loneliness, but enjoying a relaxing time

11. Being lazy is not a shameful thing

12. No need to pay for a driver’s license (considering that it is more dangerous for the elderly to drive a motor vehicle, Japan has quietly started a movement to “ask the elderly to pay for their driver’s license”)

13. Do only what you like, not what you hate

14. You can still have all natural desires when you are old

15. No matter what, don’t stay at home all the time

16. Eat whatever you want; a slightly plump figure is just right

17. Do everything carefully

18. Don’t deal with people you hate

19. Don’t watch TV all the time

20. Instead of fighting the disease to the end, it is better to coexist with it

21. “There will always be a way out when the car reaches the mountain” is the magic spell that makes the elderly happy

22. Eat fresh fruits and salad 

23. Keep the bath time within 10 minutes

24. Don’t force yourself if you can’t sleep

25. Doing happy things is most conducive to improving brain activity

26. Say whatever you want to say, don’t worry too much

27. Find a “family doctor” as soon as possible 

28. Don’t be too patient or force yourself, there’s nothing wrong with being a “bad old man”

29. Sometimes it’s okay to change your words

30. Dementia in the last stage of life is a gift from God

31. Stop learning, and you will get old

32. Don’t be greedy for glory, everything you have now is good enough

33. Innocence is the privilege of the elderly

34. The more troublesome things are, the more interesting they are

35. Sunbathing makes people happy

36. Do things that are good for others

37. Live leisurely today

38. Desire is the source of longevity

39. Live in an optimistic state

40. Breathe easily

41. The rules of life are in your own hands

42. Accept everything calmly

43. People with cheerful personalities are very popular

44. A smile brings good luck

Please share with all Elders to keep the brain busy and the mind cheerful 👍

Sunday, 9 February 2025

January 24, International Day of Education...

 



January 24, International Day of Education.


In December 2018, the United Nations General Assembly (UNGA) adopted a resolution proclaiming January 24 as International Day of Education, in celebration of the role of education for bringing global peace and sustainable development.

International Day of Education 2025 will be held under the theme, ‘AI and Education: Human Agency in an Automated World’. The Day encourages reflections on the power of education to equip individuals and communities to navigate, understand, and influence technological advancement.

The right to education is enshrined in article 26 of the Universal Declaration of Human Rights. The Declaration calls for free and compulsory elementary education. The Convention on the Rights of the Child (CRC), adopted in 1989, goes further to stipulate that countries shall make higher education accessible to all. When it adopted the 2030 Agenda for Sustainable Development in September 2015, the international community recognized that education is essential for the success of all 17 of its Goals. SDG 4, in particular, aims to “ensure inclusive and equitable quality education and promote lifelong learning opportunities for all” by 2030.

The Director-General of UNESCO, Audrey Azoulay, has decided to dedicate International Education Day 2025 (Friday 24 January) to the opportunities and challenges of artificial intelligence. UNESCO hosts an event to mark the Day at UN Headquarters in New York, the US.

"Education is the most powerful weapon which you can use to change the world.” - Nelson Mandela.


💎 20 top computer shortcuts 💎

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1. Windows Key + L: Lock computer


2. Windows Key + E: Open File Explorer


3. Windows Key + R: Open Run dialog


4. Windows Key + X: Open power user menu


5. Windows Key + S: Open search


6. Windows Key + Left/Right Arrow: Snap window to left/right side of screen


7. Windows Key + Up Arrow: Maximize window


8. Windows Key + Down Arrow: Minimize window


9. F2: Rename selected file/folder


10. F5: Refresh


11. Ctrl + Shift + Esc: Open Task Manager


12. Alt + Enter: Open properties of selected item


13. Ctrl + Esc: Open Start menu


14. Ctrl + Shift + N: Create new folder


15. Alt + Enter: Open properties of selected item


16. Ctrl + Shift + T: Reopen closed tab (browser)


17. Ctrl + Plus/Minus: Zoom in/out (browser)


18. Ctrl + 0: Reset zoom (browser)


19. Alt + D: Select address bar (browser)


20. Ctrl + Enter: Add www. and .com to text in address bar (browser)

अपने बुजुर्गों का सम्मान करें....

 बुज़ुर्ग बूढ़े हो रहे हैं दौड़ता समय-चक्र गति से  तोड़ता मन मोह मति से नेत्र नम हो ताकते - से, ख़ुद को जैसे खो रहे हैं ।  बुज़ुर्ग बूढ़े हो...